उखड़े
टाइल्स, टूटे फलक, गाय चर रही झाड़ियां,
पेयजल
नहीं, सफाई नहीं, तड़क रही हैं सीढ़ियां
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करोड़ 50 लाख रुपयों की लागत से बने पोंभूर्णा तहसील क्रीड़ा संकुल की बदहाली को
लेकर स्थानीय युवाओं में भी नाराजगी है। भाजपा के दिग्गज नेता व जिले में बरसों से
पालकमंत्री रहे सुधीर मुनगंटीवार की कर्मभूमि पोंभूर्णा में इस तरह से खेल मैदान
की दुर्दशा को लेकर जनता में नाराजगी है। बल्लारपुर विधानसभा क्षेत्र के क्रीड़ा
विभाग निधि- 2017-18 के अनुसार सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा बने इसे संकुल का
लोकार्पण 13 फरवरी 2021 को किया गया था। शुभारंभ के 3 साल में ही इसके घटिया
निर्माण कार्य की पोल खुलने लगी है।
ये
है बदहाली का मंजर
खबर
में संलग्नित तस्वीरें ही बयां करती हैं कि पोंभूर्णा तहसील क्रीड़ा संकुल कैसे
अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
■ मुख्य प्रवेश द्वार पर सीमेंट व टाइल्स से बना
काफी विशाल व ऊंचा पिलर उखड़ने लगा है।
■ नाम फलक उखड़कर गिर चुका है।
■ वॉकिंग ट्रैक के गट्टी और सीमेंट के ब्लॉक्स उखड़े हुए हैं।
■ खेल मैदान में अनावश्यक घांस व जंगली झाड़ियां उग चुकी है।
■ खेल मैदान के पास बने कमरे की सीढ़ियां व उसके टाइल्स भी उखड़ गये।
■ परिसर में लगाये गये अधिकांश पौधे सूख चुके हैं।
■ मुख्य इमारत की सीढ़ियां व टाइल्स उखड़ रही है।
■ मुख्य इमारत का नाम फलक भी उखड़ रहा है।
■ मुख्य इमारत के गलियारे पर मौजूद गट्टू की दरारों में भी झाड़ियां उग आयी
है।
■ इमारत के भितर सफाई का अभाव दिखाई पड़ता है।
■ यहां परिसर के बच्चे, खिलाड़ी बेहद ही कम संख्या में आते हैं।
■ इमारत में पेयजल का अभाव है।
■ शौचालयों में गंदगी है।
■ मुख्य खेल मैदान पर बड़े पत्थरों का ढेर, सीमेंट निर्माण के अवशेष व जंगली
झाड़ियां दिखाई पड़ती है।
■ वॉकिंग ट्रैक एवं खेल मैदान पर पशु भटकते रहते हैं।
■ मैदान पर उग आयी अनावश्यक झाड़ियां चरने के लिए यहां गायों का झुंड आता है।
■ अनेक पथदीप बंद पड़े हैं।
■ खेल सामग्री का अभाव तथा केअरटेकर की कमी खल रही है।
स्पर्धाओं
व महोत्सवों पर अधिक ध्यान
चंद्रपुर
जिले के विसापुर में करोड़ों रुपये खर्च कर राष्ट्रीय क्रीड़ा स्पर्धाओं का आयोजन
किया गया। वहीं चंद्रपुर जिला क्रीड़ा संकुल के लिए पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने
57 करोड़ रुपयों की निधि मंजूर करने की घोषणा की। परंतु उनके ही विधानसभा निर्वाचन
क्षेत्र में निर्मित किये गये पोंभूर्णा तहसील क्रीड़ा संकुल में समस्याओं का अंबार
है। उपरोक्त आरोप मनसे के छात्र संगठन ने लगाया है। यहां की समस्याओं को दूर करें,
अन्यथा आंदोलन करने की चेतावनी महाराष्ट्र विद्यार्थी सेना के अध्यक्ष पवन बंकावार
ने दिसंबर 2023 को दी। परंतु करीब 3 माह बीत जाने के बावजूद इस क्रीड़ा संकुल की
बदहाली समाप्त नहीं हो पायी है।
रखरखाव
पर घोर अनदेखी
बताया
जाता है कि पोंभूर्णा तहसील व ग्रामीण इलाकों के बच्चे क्रीड़ा क्षेत्र में माहिर
बन सकें, इस उद्देश्य को लेकर पोंभूर्णा शहर से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर तहसील
क्रीड़ा संकुल का निर्माण किया गया। परंतु स्थानीय प्रशासन की ओर से इस संकुल की
देखभाल व रखरखाव में घोर अनदेखी की जा रही है। इसके चलते यहां आने वाले खिलाड़ियों
को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
आंदोलन
की चेतावनी के बाद भी नहीं बदले हालात
मनसे
विद्यार्थी सेना अध्यक्ष पवन बंकावार, छत्रपति कस्तुरे, प्रशांत गोंगले, गौरव
चंदेल, प्रमोद ढाक, सूरज ढोले, अज्ञान कुरेशी, लोकेश गावरे, स्वप्नील गोरांतवार,
रितेश कोटरंगे आदि के प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार एवं तहसील क्रीड़ा अधिकारी से भेंट
कर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में उन्होंने अनेक मांगी रखी। इस
क्रीड़ा संकुल को हर दिन सुबह व शाम 5 बजे के दौरान शुरू करने, पूलअप के लिए सिंगल
व डबल बार लगाने, रनिंग ट्रक की मरम्मत करने, पेयजल की व्यवस्था करने, केअरटेकर
तैनात करने आदि मांगों को हल करने का अनुरोध किया गया। समस्या हल न किये जाने पर
संगठन की ओर से आंदोलन करने की चेतावनी दी गई थी। लेकिन आज भी समस्याएं जस की तस
है। इन समस्याओं की ओर न तो प्रशासन का ध्यान है और न ही जिले के पालकमंत्री सुधीर
मुनगंटीवार इस संकुल की दिक्कतों को लेकर परवाह करने के मुड में हैं।