■ कांग्रेस में घुसे BJP के पेरोल वाले कर रहे ऑर्डर का पालन
■ वडेट्टीवार और धानोरकर के विवाद में BJP को लाभ
@चंद्रपुर
दोनों
के झगड़े में तीसरे का फायदा होना, इसमें कोई दो राय नहीं। वर्तमान चंद्रपुर कांग्रेस
की राजनीति में यह दृष्य स्पष्ट दिखने लगा है। कांग्रेस विधायक प्रतीभा धानोरकर ने
अपने पति व पूर्व सांसद बालू धानोरकर के निधन के करीब 10 माह बाद, उनकी मौत के लिए
अपने ही कांग्रेस दल के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। उनके इस बयान से राजनीति
में भूचाल आ गया। वहीं कांग्रेस में घुस चुके BJP के पेरोल वाले लोगों की ओर से BJP
के ऑर्डर पर ही उनकी बदनामी करने और भाजपा में प्रवेश की अटकलों को हवा दी जा रही है।
चंद्रपुर के चंद अखबार और पोर्टल वाले मोटा पैकेज लेकर उनकी बदनामी का मिशन चलाने
का दावा किया है। दूसरी तरफ विरोधी दल नेता व विधायक विजय वडेट्टीवार कभी स्वयं
के लिए और कभी अपनी पुत्री शिवानी वडेट्टीवार के लिए लोकसभा सीट का दावा पेश कर
राजनीति में एक नई हवा दी है। आरोप-प्रत्यारोप के बीच प्रतीभा धानोरकर का सनसनीखेज
बयान कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं को सोचने के लिए मजबूर करने लगा है।
कांग्रेस
ने ही ली मेरे पति की जान – प्रतीभा धानोरकर
विधायक
प्रतिभा धानोरकर ने दावा किया है कि सांसद बालू धानोरकर के निधन के बाद जो लोग
कांग्रेस में रहकर मेरा विरोध कर रहे हैं, ऐसे ही विरोध के कारण मेरे पति की जान
उन लोगों ने ली। अब वे मेरे पीछे पड़े हैं। एक जान जा चुकी है और दूसरी जान जाने
नहीं देंगे। इसका मैं विशेष ध्यान रख रही हूं।
कांग्रेस
के टिकट पर पहला हक मेरा
कांग्रेस
दल किसी भी चुनाव के लिए कोई भी कार्यकर्ता अपनी दावेदारी पेश कर सकता है। दावेदारी
कोई भी करें, लेकिन लोकसभा की कांग्रेस की टिकट पर पहला हक मेरा है, यह दावा
विधायक प्रतीभा धानोरकर ने किया है।
कांग्रेस
में घुसे हैं BJP के पेरोल वाले
विधायक
धानोरकर ने अपने ही कांग्रेस के भितर चल रही गतिविधियों पर तीखी प्रतिक्रिया देते
हुए कहा कि कांग्रेस में ऐसे लोग घुस चुके हैं, जो BJP के पेरोल पर काम करते हैं।
उन्हें जो भी ऑर्डर मिलता है, वे उसका पालन करते हैं। मेरे भाजपा प्रवेश को लेकर
अफवाहें उन्होंने ही प्रसारित की है। मैं कांग्रेस सांसद की पत्नी हूं। कांग्रेस
के ही लोकसभा टिकट पर चुनाव लडूंगी।
ठोस
पैकेज पाकर मीडिया कर रहा बदनाम
विधायक
धानोरकर ने बताया कि सांसद धानोरकर के निधन के बाद से जो लोग मेरा विरोध ज्यादा कर
रहे हैं, वे ही मेरे भाजपा प्रवेश की झूठी अफवाहें फैला रहे हैं। वेब पोर्टल पर
झूठी खबरें रोज प्रसारित कर रहे हैं। अखबार वालों को भी ठोस पैकेज विरोधकों ने
दिया है, इसलिए ऐसी खबरें प्रसारित हो रही है। ऐसी झूठी खबरों से मैं नहीं डरुंगी।
मैं कांग्रेस की हूं और कांग्रेस से ही चुनाव लडूंगी।
शिवानी
वडेट्टीवार मेरे रेस में नहीं
विधायक
धानोरकर ने प्रदेश यूथ कांग्रेस की महासचिव शिवानी वडेट्टीवार पर निशाना साधते हुए
कहा कि शिवानी उनकी प्रतिस्पर्धा में नहीं है। इसलिए वे दिल्ली जाएं या और कहीं भी
जाएं, किसी भी प्रतिनिधिमंडल को साथ ले जाएं, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। अंतत:
कांग्रेस में पक्ष प्रमुखों का फैसला ही सर्वोपरी होता है।
10
साल से शिवानी सक्रिय, इसलिए दावेदार
विरोधी
दल नेता व कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने बीते दिनों अपने एक बयान में
सार्वजनिक तौर पर अपनी पुत्री की योग्यता का बखान करते हुए कहा कि वह बीते 10
सालों से कांग्रेस में सक्रिय होकर काम कर रही है। बड़ी संख्या में लोग शिवानी से
जुड़े है। उसका जनसंपर्क बेहतर है। और वह प्रदेश यूथ कांग्रेस की महासचिव है।
कांग्रेस में कोई भी अपनी दावेदारी पेश कर सकता है। लोकसभा टिकट के लिए शिवानी का
दावेदारी पेश करना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। यदि कांग्रेस मुझे टिकट देगी तो मैं
भी लोकसभा चुनाव लड़ सकता हूं।
2
गुटों में बंटते दिख रहे कांग्रेसी
बहरहाल
इस तरह के विविध बयानों के बीच चंद्रपुर जिले के आम व सच्चे कांग्रेसी 2 विभिन्न
गुटों में बंटते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। गत दिनों एक गुट शिवानी वडेट्टीवार को
मजबूती देने के लिए दिल्ली पहुंच गया था। वहीं दूसरा गुट ने चंद्रपुर में ही INDIA
महागठबंधन में शामिल अन्य राजनीतिक दलों के प्रमुख प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर
धानोरकर गुट की मजबूती तस्वीरों के माध्यम से जनता को दिखा दी। कांग्रेस में गुटबाजी
के हालात चाहे जैसे भी हो, इस तरह की दोनों की लड़ाई में BJP को लाभ मिलना तय है।