■ ताड़ोबा महोत्सव : अंधेर नगरी चौपट राजा
■ 48 रिसॉर्ट नहीं चुका पाये 72 लाख 22 हजार की कंजरवेशन फीस
@चंद्रपुर
करीब
9 करोड़ की लागत से बड़े ही धूमधाम और चकाचौंध भरे माहौल में 1 से 3 मार्च 2024 के
दौरान आयोजित किये गये ताड़ोबा महोत्सव की खामियां और गलतियां अब उजागर होने लगी
है। हैरत की बात है कि ताड़ोबा अंधारी बाघ परियोजना से सटे जंगल परिसर में मौजूद 48
रिसॉर्ट पर कंजरवेशन फीस के तौर पर 72 लाख 22 हजार 500 रुपये टैक्स बकाया है। इस लिस्ट
में ताड़ोबा टाइगर वैली रिसॉर्ट का नाम भी बकायेदार में शामिल है। मोहर्ली में
स्थित इस रिसॉर्ट के संचालक चंद्रपुर निवासी संजय डिमोले ने 94 हजार 500 रुपये का
टैक्स अदा नहीं किये जाने की जानकारी है। इसके बावजूद ताड़ोबा महोत्सव के आयोजकों
ने इस रिसॉर्ट को शाश्वत पर्यटन व उत्कृष्ठ सेवा पुरस्कार देकर सम्मानित कर दिया।
इसके चलते आयोजक वन प्रशासन की नियत व नीति पर अनेक सवाल उठने लगे हैं।
563 कमरों से चलता है व्यापार
ताड़ोबा के कोलारा, मोहर्ली, नवेगांव, झरी, कुथवंदा, वडाला, सीतारामपेठ, बामढली, चिमूर, कोंडेगांव, पांगडी के प्रवेश द्वार पर मौजूद इन 48 आलिशान रिसॉर्ट व होटलों में कुल 563 कमरे उपलब्ध हैं। दूर-दराज से आने वाले पर्यटक यहीं निवास करते हैं। यहां सभी प्रकार की सुविधाएं पर्यटकों को उपलब्ध कराई जाती है। इसके बावजूद अधिकांश रिसॉर्ट के संचालक कंजरवेशन फीस वन विभाग को बीते अनेक माह से अदा नहीं कर पा रहे हैं।अवैध निर्माण कार्य की चर्चा जोरो पर
बताया जाता है कि ताड़ोबा के परिसर में बनाये गये रिसॉर्ट व होटलों में से अनेक ऐसे हैं, जिन्होंने अवैध ढंग से निर्माण कार्य किया है। निर्माण कार्य के लिए उचित अनुमति हासिल नहीं किए जाने की चर्चा परिसर के गांवों में जोरों पर है। संबंधित वन प्रशासन को चाहिये कि ऐसे अवैध निर्माण कार्य करने वालों को सख्ती से जांच कर उनके खिलाफ यथोचित कार्रवाई करें।
बकायेदारों की जानकारी से अनभिज्ञ हैं कार्यकारी संचालक
ताड़ोबा महोत्सव के दौरान जब समापन समारोह में शाश्वत पर्यटन एवं सेवा देने वाले स्वसारा जंगल लॉज, ताड़ोबा होम स्टे कॉटेज एवं ताड़ोबा टाइगर वैली रिसॉर्ट को सम्मानित किया गया तो दबी जुबान में यह सम्मान विवाद का विषय बनने लगा। इस मसले पर बकायेदार ताड़ोबा टाइगर वैली रिसॉर्ट को सम्मानित किये जाने के मापदंड व बकाये संबंधित सवाल हमने ताड़ोबा के कार्यकारी संचालक जितेंद्र रामगावकर से पूछा तो उन्होंने बताया कि बकाये संबंधित विस्तृत जानकारी से वे फिलहाल अनभिज्ञ है। हालांकि ताड़ोबा टाइगर वैली रिसॉर्ट को प्रोत्साहन पर पुरस्कार देने की बात रामगावकर ने कबूल की है।