■ छत्रीछाप BJP प्रेमी पत्रकारों ने फिर से दबा दी न्यूज
■ अनेक पत्रकारों को मिला BJP प्रायोजित तिर्थयात्रा का
गिफ्ट, कुछ रिपोर्टर कर रहे मुनगंटीवार घुग्घुस सेवा केंद्र में चापलूसी की फ्रीलांस
नौकरी
@चंद्रपुर
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता व जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार एवं
पूर्व जिलाध्यक्ष देवराव भोंगले के बेहद खास सेवक तथा BJP युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष
विवेक बोढे का महाफ्रॉड गत जनवरी 2023 के प्रथम पखवाड़े में उजागर हुआ। बावजूद बीते
7 माह में सरकार व प्रशासन ने इस महाफ्रॉड पर कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में हाल ही
में प्रदेश के विरोधी दल नेता के रूप पर नियुक्त किये गये कांग्रेस के वरिष्ठ नेता
विजय वडेट्टीवार ने 4 अगस्त 2023 को विधानसभा में प्रकरण उठाते हुए गरज पड़े। तत्काल
विवेक बोढे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल में डालने का अनुरोध सदन
में किया। इसके चलते चंद्रपुर की राजनीति में भूचाल आ गया। परंतु जिले के छत्रीछाप
BJP पत्रकारों की बीते 5 दिनों से नींद नहीं खुल पायी। हमेशा की तरह इस न्यूज को भी
दबा दिया गया। कुछ पत्रकारों को BJP की ओर से तिर्थयात्रा प्रायोजित कर उन्हें गिफ्ट
दिया गया। कुछ रिपोर्टर मुनगंटीवार घुग्घुस सेवा केंद्र में चापलूसी की फ्रीलांस नौकरी
कर रहे हैं। इन तमाम BJP प्रेमी पत्रकारों ने विधानसभा में उठे विवेक बोढे की न्यूज
को दबाकर अपनी चापलूसी का तगड़ा परिचय दिया है।
विधानसभा में क्या
कहा वडेट्टीवार ने ?
विधानसभा के अध्यक्ष
से अनुरोध करते हुए विरोधी दल नेता विजय वडेट्टीवार ने सदन को जानकारी दी कि – ‘चंद्रपुर
जिले के घुग्घुस में विवेक बोढे नाम का राजनीतिक पदाधिकारी है। साखरवाही जनता विद्यालय
में वे शिक्षक हैं। इन्हें 80 हजार रुपये वेतन है। वे बीते 10 वर्षों से निरंतर स्वयं
की मर्जी से एक टिचर को 15 हजार रुपये के मानधन पर नियुक्त किया है। विवेक बोढे ने
गैरकानूनी ढंग से खुद इस तरह से एक टिचर को नियुक्त कर वे खुद पूरा समय जिले में युवा
राजनेता के तौर पर स्वयं को स्थापित करने में लगा हुआ है। इस मामले में शिकायत हो चुकी
है। परंतु अब तक उसके खिलाफ कोई अपराध दर्ज नहीं हुआ। इस तरह के अनुचित मामले में उसे
जेल में डालना चाहिये। उस पर उचित कार्रवाई होनी चाहिये। ऐसे लोग शिक्षा जैसे पवित्र
कार्य में लूट मचा रहे हैं, बेइमानी कर रहे हैं, इन पर कार्रवाई होना चाहिये।’
छत्रीछाप पत्रकार
क्यों दबा रहे हैं खबरें ?
अब जब BJP के युवा
मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक बोढे के अध्यापन का महाफ्रॉड विधानसभा में भी गूंजा,
तब भी चंद्रपुर के छत्रीछाप BJP प्रेमी पत्रकारों की गहरी नींद खुल नहीं पा रही है।
4 अगस्त 2023 के विधानसभा में उठाये गये इस मामले में अधिकांश पत्रकारों की कलम की
स्याही सूख गई है। 5 दिन बीत गये लेकिन अधिकांश पत्रकारों ने इसकी न्यूज उजागर नहीं
की। जब यह मामला जनवरी-2023 में चंद्रपुर जिले में उजागर हुआ और राजनीतिक सुर्खियां
बना, तब भी छत्रीछाप पत्रकार खबरों को दबाने का ही पाप करते रहें। ज्ञात हो कि बीते
माह चंद्रपुर के वन अकादमी में आयोजित पत्रकारों के एक संगठन की राज्य स्तरीय बैठक
में अधिकांश पत्रकारों को BJP चिन्ह वाली छत्रियों का वितरण किया गया था। साथ ही पालकमंत्री
सुधीर मुनगंटीवार के विकास कार्यों की किताबें वितरित कर इन पत्रकारों ने अपने BJP
भक्ति का परिचय दिया था। अब जब यह मामला उजागर हुआ है तो अनेक पत्रकारों को BJP की
ओर से प्रायोजित तिर्थयात्रा के भ्रमण का लाभ मिला है। इसके चलते अनेक खबरों को दबाने
का पाप और उसके पीछे के लाभ तंत्र पर जनता आश्चर्य जता रही है। वहीं घुग्घुस के मुनगंटीवार
सेवा केंद्र में हर समय बैठकर BJP भक्ति की चापलूसी में डूबे फ्री-फंड नौकरी कर रहे
कुछ पत्रकारों को विधानसभा में गूंज उठे इस मसले पर न्यूज लिखने की हिम्मत नहीं जुटा
पा रहे हैं। इन पत्रकारों की चापलूसी को देखते हुए अब BJP ने खुद इन्हें पत्रकारों
के चरित्रहनन की जिम्मेदारी सौंप दी हैं। इसके चलते वे पत्रकारिता कम और सुपारीबाजी
का लाभ उठाने लगे हैं। एक मामले में तो इन सुपारीबाज पत्रकार को इस सेवा केंद्र में
ही नागरिकों ने धुलाई कर दी थी। बहरहाल इन चापलूस पत्रकारों द्वारा लगातार खबरों को
दबाने का पाप चल रहा है।
पढ़ाना छोड़कर क्या-क्या करते हैं विवेक बोढे ?
साखरवाही के जनता विद्यालय में रेकॉर्ड पर कार्यरत महाफ्रॉड शिक्षक विवेक बोढे अध्यापन का कार्य छोड़कर पूरे समय भाजपा की सेवा में मग्न रहते हैं। कभी रक्तदान शिविर, कभी जन्मदिन, कभी हल्दी-कुंकू, ऐसे अनेक कार्यक्रमों की जिम्मेदारी इनकी कंधों पर सौंपी जाती है। नतीजा यह हुआ कि वे बरसों से अपना शिक्षकी पेशा ही भूल गये हैं। उनकी कक्षा के छात्र तो अपने ‘गुरुजी’का चेहरा तक नहीं जानते। वे विद्यार्थियों समेत मुख्याध्यापक, अन्य शिक्षक व संस्था चालकों की आंखों में बरसों से धूल झोंकते आ रहे हैं। विवेक बोढे के सिर पर सुधीर मुनगंटीवार एवं देवराव भोंगले का आशीर्वाद है, इस बार से इंकार नहीं किया जा सकता।
देवराव भोंगले की
कंपनियों के ठेकों की सुपरवायजरी में बोढे व्यस्त
विवेक बोढे ने अध्यापन छोड़कर भाजपा नेताओं की सेवा शुरू की। अपने अध्यापन के ऐवज में
बोढे ने इस स्कूल में घुग्घुस के श्रीराम वार्ड निवासी शुभम अशोक कोयेडवार नामक अप्रशिक्षित
नादान युवक को 15,000 रुपये के मानधन पर खुद के जगह पर पढ़ाने के लिए रख दिया। और खुद
आजाद बनकर भाजपा नेताओं की सेवा, जिलाध्यक्ष देवराव भोंगले की कंपनियों के ठेकों की
सुपरवायजरी के अलावा युवा मोर्चा के विविध आयोजनों को साकार कर अपनी राजनीति चमकाने
में लगे हैं।