■ BJP सिंबॉल वाले
छातें, PM मोदी व मंत्री मुनगंटीवार की विकास गाथा किताबें वितरित
@ चंद्रपुर
गोदी मीडिया शब्द
आपने अनेक बार राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर पत्रकार रवीश कुमार तथा अन्य अनेक पत्रकारों
के प्राइम टाइम में सुना ही होगा। लेकिन इस शब्द को चरितार्थ करने वाली हरकतें बीते
अनेक दिनों से चंद्रपुर मीडिया के पत्रकारों द्वारा देखी जा सकती हैं। इस बार तो हद
ही हो गई। अब चंद्र्रपुर के पत्रकार खुलकर भाजपा का प्रचार करने से भी नहीं डरते, बावजूद
खुद को समाज में वे निष्पक्ष होने का दंभ भरते हैं। इनका भाजपाई प्रेम अब इतना उफनकर
आया है कि वे अपने महाराष्ट्र श्रमिक पत्रकार संघ की कार्यकारिणी की बैठक में राज्य
के 10 जिलों से आये 47 पत्रकारों को शुरुआत में ही BJP सिंबॉल वाले छाते बांटे गये।
यह सिलसिला यहीं तक नहीं थमा चंद्रपुर के भाजपा प्रेमी पत्रकारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी और प्रदेश के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के विकास गाथा, सिंहावलोकन की किताब
देकर बीते 5 वर्षों के कार्यों के बखान से अवगत करा दिया। कथित निष्पक्ष अर्थात खुद
को निष्पक्ष पत्रकार कहने वाले इन पत्रकारों की इस हरकत को लेकर अब चंद्रपुर शहर में
चर्चाओं का माहौल गरमाया हुआ है।
कब, कैसे, क्या-क्या
हुआ ?
महाराष्ट्र श्रमिक
पत्रकार संघ के अध्यक्ष प्रदीप मैत्र एवं महासचिव विठ्ठल जाधव ने एक पत्र जारी कर
अपने संघ की कार्यकारिणी की बैठक जाहिर की। यह बैठक 2 जुलाई 2023 को सुबह 11 बजे से
स्थानीय वन अकादमी में आयोजित की गई। इस बैठक में दिवंगत पत्रकारों को श्रद्धांजलि,
शोक प्रस्ताव, बीते बैठक का लेखा-जोखा, संगठन बढ़ोतरी पर चर्चा, संघ की नई कार्यकारिणी
व चुनाव पर चर्चा तथा फैसला आदि विषयों पर चर्चा की गई। विठ्ठल जाधव ने बाहरी जिलों
के पत्रकारों के संपर्क के लिए संघ के स्थानीय अध्यक्ष मजहर अली के अलावा प्रशांत विघ्नेश्वर
का संपर्क नंबर जारी किया। लेकिन आयोजकों का भाजपा पर इतना ज्यादा प्रेम उमड़ पड़ा कि
वे अपने पत्रकारिता की निष्पक्षता ही भूल गए और बाहरी 10 जिलों से आये 47 पत्रकारों
को बैठक के पूर्व ही BJP सिंबॉल वाले छाते और भाजपा नेताओं के विकास का बखान करने वाली
किताबों को एक कलर रैपर में सीलबंद कर इसे वितरित किया। आयोजकों का यह भाजपा प्रेम
अब चंद्रपुरवासियों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पत्र-परिषद में
पीड़ितों को भाऊ से मिलो का लगाते है नारा
ज्ञात हो कि श्रमिक
पत्रकार संघ के भवन में बीते 24 फरवरी 2023 को पीड़ित दुकानदारों ने चंद्रपुर श्रमिक
पत्रकार संघ में 1000 रुपये फीस अदा की थी। बावजूद गरीबों व पीड़ितों की खबरें अधिकांश
पत्रकारों द्वारा प्रकाशित व प्रसारित करने के बजाय नेहरू नगर निवासी इन फुटपाथ दुकानदारों
की दुकानें अतिक्रमणयुक्त बताते हुए संघ के चंद पत्रकारों ने इन्हें ही “भाऊ”के
पास जाने की फोकट की सलाह(बिना मांगे ही) दे डाली। संघ के पत्रकारों की यह नीति नेताओं
के एजेंट की तरह जनता को नेताओं के करीब भेजने की नजर आ रही। कुछ पत्रकारों के नेताओं
से मीठे रिश्ते उन्हें चापलूसी की हदें पार करने के लिए बाध्य कर रही हैं। चंद्रपुर
के गोदी मीडिया का यह काला चेहरा अब सार्वजनिक तौर पर उजागर होने लगा है।