■ नेताओं के अवैध होर्डिंग्स उतरवाने से डरते हैं अफसर
■ 72 घंटों बाद भी नहीं
टूट पायी मनपा आयुक्त की नींद
■ मनपा का अतिक्रमण विरोधी दस्ता शहर से नदारद
@ चंद्रपुर
करोड़ों के आसामी भी इन
दिनों मनपा को होर्डिंग्स का टैक्स देने से कतरा रहा है। क्योंकि मनपा आयुक्त
विपिन पालीवाल इन करोड़पति नेताओं के अवैध होर्डिंग्स पर काफी मेहरबान नजर आने लगे।
यही वजह है कि शहर में सर्वत्र कांग्रेस और भाजपा के अवैध होर्डिंग्स चारों तरफ
नजर आ रहे हैं। इसके बावजूद मनपा आयुक्त पालीवाल की ओर से संबंधित टैक्स चोर
नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। अवैध होर्डिंग्स से संबंधित खबर
प्रसारित किये जाने के 72 घंटों बाद भी मनपा आयुक्त की नींद नहीं टूट पायी है।
मनपा का अतिक्रमण विरोधी दस्ता तो अब शहर में दिखाई भी नहीं पड़ रहा है। इसके चलते
मनपा के साख पर बट्टा लग रहा है। मनपा की नीतियां कलंकित होते देख जनता आश्चर्य
व्यक्त करने लगी है।
मनपा आयुक्त पर राजनीतिक दलों का खौफ
ज्ञात हो कि स्वच्छ
शहर, सुंदर शहर नाम का मिशन चलाने वाली चंद्रपुर महानगर पालिका इन दिनों राजनीतिक
दलों के खौफ के आगे बौनी होकर झुकती हुई दिखाई पड़ रही है। भाजपा और कांग्रेस के
छुटभैया नेता लगातार अवैध होर्डिंग्स लगाकर शहर को बदसूरत कर रहे हैं। इन अवैध
होर्डिंग्स से मनपा के टैक्स को चोंट पहुंच रही हैं। इसके बावजूद अवैध होर्डिंग्स
लगाकर टैक्स की चोरी करने वाले नेताओं के खिलाफ मनपा आयुक्त विपिन पालीवाल मेहरबान
नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस व भाजपा के अवैध होर्डिंग्स पर आयुक्त चुप
छोटे-छोटे संगठनों और
छोटे व्यावसायिकों द्वारा अपने उत्पाद के होर्डिंग्स लगाने पर उनके खिलाफ सख्त
कार्रवाई करने का दिखावा करते हुए मीडिया में सुर्खियां बटोरते हुए वाहवाही लूटने
वाले मनपा आयुक्त पालीवाल, कांग्रेस व भाजपा के अवैध होर्डिंग्स को लेकर चुप बैठ
जाते हैं। उनका अतिक्रमण विरोधी दस्ता कार्रवाई में भेदभाव किनके इशारों पर कर रहा
है, यह चंद्रपुर की जनता के लिए चिंतन व चर्चा का विषय बना हुआ है।
नेताओं के अवैध होर्डिंग्स हटाने की मनपा की हिम्मत नहीं
जब कांग्रेस और भाजपा
के बड़े इवेंट व आयोजन चंद्रपुर में आयोजित किये जाते हैं, तब इन राजनीतिक दलों के
बड़े-बड़े और अवैध होर्डिंग्स से पूरे चंद्रपुर को पाट दिया जाता है। इन हालातों में
चंद्रपुर मनपा आयुक्त विपिन पालीवाल और उनका अतिक्रमण विरोधी दस्ता अचानक से शांत
बैठ जाता है। यह दस्ता न तो सड़क पर कहीं कार्रवाई करते हुए दिखाई पड़ता है और न ही
किसी राजनीतिक दल के छुटभैया नेताओं के होर्डिंग्स को हटाने, उतारने की हिम्मत
करते हुए दिखाई पड़ता है। भाजपा और कांग्रेस के नेताओं का खौफ मनपा आयुक्त और उनकी
टीम पर स्पष्ट देखा जा सकता है।
जे. पी. नड्डा के अवैध होर्डिंग्स पर आयुक्त की कार्रवाई नदारद
भारतीय जनता पार्टी की ओर से चंद्रपुर में 2 जनवरी 2023 को विजय संकल्प जाहिर सभा का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा एवं अन्य आला नेताओं की उपस्थिति थी। इसके एक दिन पूर्व और आयोजन के दिन संपूर्ण चंद्रपुर शहर को अवैध होर्डिंग्स से बुरी तरह से पाटा गया था। परंतु इमानदारी और समान न्याय करने का चोला ओढने वाले मनपा आयुक्त विपिन पालीवाल और उनका अतिक्रमण विरोधी दस्ता अचानक से इन दो दिनों के लिए गायब हो गया। न कहीं किसी चौराहे पर, न किसी मार्ग पर अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ कार्रवाई की गई और न ही मनपा की ओर से भाजपा को नियमों का पाठ पढ़ाया गया। भाजपा महानगर अध्यक्ष डॉ. मंगेश गुलवाडे के अधिकांश होर्डिंग्स पर टैक्स अदा कर प्राप्त किया गया कोड नंबर कहीं भी नजर नहीं आया।
विधायक प्रतिभा धानोकर के जन्मदिन के अवैध होर्डिंग्स पर आयुक्त मेहरबान
भाजपा की ही तरह
कांग्रेस के बड़े आयोजन के वक्त मनपा आयुक्त विपिन पालीवाल और उनकी टीम अचानक से
नदारद हो जाती है। वरोरा-भद्रावती की विधायक प्रतिभा धानोरकर का जन्मदिन चंद्रपुर
में 8 जनवरी 2023 को धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान चंद्रपुर कांग्रेस कमिटी
अल्पसंख्याक विभाग की ओर से शहर के जटपुरा गेट, छोटा बाजार एवं अन्य स्थानों पर
अवैध होर्डिंग्स लगाये गये। इन अवैध होर्डिंग्स पर मनपा में टैक्स अदा कर कोड नंबर
प्राप्त किये जाने और उस कोड नंबर को होर्डिंग्स में उल्लेखित किये जाने की नीति
यहां गायब मिली। सोहेल रजा शेख, विनोद संकत और चंद्रपुर जिला लिकर असोसिएशन आदि अनेक अवैध होर्डिंग्स मामले में मनपा आयुक्त विपिन पालीवाल की दोगली नीति को लेकर अब अनगिनत सवाल उठने लगे हैं।
सड़क के मध्य में बांस पर अवैध होर्डिंग्स, आयुक्त पालीवाल को नजर नहीं आता दृश्य
चंद्रपुर मनपा आयुक्त
विपिन पालीवाल को राजनीतिक दलों के अवैध होर्डिंग्स नजर नहीं आते। इन राजनीतिक
दलों के छुटभैया नेताओं से टैक्स वसूल करने की हिम्मत वे जुटा नहीं पा रहे हैं।
यही वजह है कि अब राजनीतिक दलों के छुटभैया नेताओं की हिम्मत अब इतनी बढ़ चुकी हैं
कि वे सड़क के मध्य तक बांस-बल्ली गाढकर अवैध होर्डिंग्स मार्ग के बीचोबीच भी
टंगाने लगे हैं। सतत नियमों व कानून का हवाला देने वाले मनपा आयुक्त व मनपा
प्रशासन की इसके चलते किरकिरी होने लगी है।