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BJP युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक बोढे “महा फ्रॉड शिक्षक”

पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार, भाजपा जिलाध्यक्ष देवराव भोंगले के आशीर्वाद से 124 बच्चों का भविष्य बर्बाद

@चंद्रपुर
स्कूली बच्चों का भविष्य उज्वल करने के लिए हर राजनीतिक दल सतत दावें करती हैं। लेकिन चंद्रपुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता व जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar), जिलाध्यक्ष देवराव भोंगले (Deorao Bhongle) अपनी राजनीति (Politics) चमकाने अपने ही मातहत BJP युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जैसे उच्च पद की कमान संभालने वाले शिक्षक विवेक बोढे को अपना निजी सेवक बना डाला। विवेक बोढ़े से सभी तरह के काम करवाये जाते हैं। कभी रक्तदान शिविर, कभी जन्मदिन, कभी हल्दी-कुंकू, न जाने कैसे-कैसे कार्यक्रम करवाये जाते हैं। नतीजा यह हुआ कि वे बरसों से अपना शिक्षकी पेशा भूल गये। साखरवाही के जनता स्कूल (Janta school) में नियुक्त विवेक बोढे (Vivek Bodhe) बरसों से यहां पढ़ाने नहीं गये। उनके छात्रों ने तो अपने ‘गुरुजी’ का चेहरा तक नहीं देखा।

सरकार से हर माह लगभग 74 हजार रुपयों की मोटी रकम वेतन के तौर पर लेने वाले इन महाशय ने घुग्घुस के एक नासमझ युवक को अपनी जगह पर विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए खुद ही नियुक्त कर दिया और मुख्याध्यापक, अन्य शिक्षक व संस्था चालकों के आंखों में बरसों से धूल झोंकता रहा। इस महा फ्रॉड शिक्षक व BJP युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक बोढे के सिर पर सुधीर मुनगंटीवार एवं देवराव भोंगले का आशीर्वाद होना, शिक्षा क्षेत्र पर घोर कलंक है। #exposedbylimeshkumar

देवराव भोंगले की कंपनियों के ठेकों की सुपरवायजरी में बोढे व्यस्त

घुग्घुस – ताड़ाली मार्ग पर स्थित चांदा शिक्षण प्रसारक मंडल की ओर से संचालित जनता विद्यालय, साखरवाही नामक एक स्कूल है। इस स्कूल के सहायक शिक्षकों की सूची में विवेक बोढे का नाम दर्ज है। लेकिन वे अनेक दिनों से इस स्कूल में पढ़ाने के लिए आये ही नहीं। अपितु उनका वेतन नियमित रूप से उन तक पहुंच जाता है। आखिर जब इस मामले की गहनता से तहकीकात की गई तो अनेक चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए। उन्होंने अध्यापन छोड़कर भाजपा नेताओं की सेवा शुरू कर दी। अपने अध्यापन के ऐवज में बोढे ने इस स्कूल में घुग्घुस के श्रीराम वार्ड निवासी शुभम अशोक कोयेडवार नामक अप्रशिक्षित नादान युवक को 15,000 रुपये के मानधन पर खुद के जगह पर पढ़ाने के लिए रख दिया। और खुद आजाद बनकर भाजपा नेताओं की सेवा, जिलाध्यक्ष देवराव भोंगले की कंपनियों के ठेकों की सुपरवायजरी के अलावा युवा मोर्चा के विविध आयोजनों को साकार कर अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने में लगे हैं।

टिचरगिरी छोड़कर भाजपा नेताओं के लिए क्या काम करते हैं विवेक बोढे ?

टिचरगिरी छोड़कर भाजपा नेताओं की चाकरी करने के कामों की फेहरिस्त वैसे तो बहुत लंबी हैं, लेकिन विवेक बोढे के फेसबुक वाॅल पर जाते ही बच्चों को पढ़ाने से संबंधित कोई तस्वीर, कोई सुविचार, कोई इवेंट नजर नहीं आता। केवल और केवल पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार और देवराव भोंगले की सेवा उनके वॉल पर दिखाई पड़ती है। जनवरी-2023 के शुरूआत में पालकमंत्री मुनगंटीवार का कैलेंडर में बोढे बिजी दिखे। मकर संक्रांति पर सांस्कृतिक महिला सम्मेलन, प्रयास सखी मंच का रंगोली, रस्सी खेच, नींबू-चम्मच, संगीत कुर्सी, एकल नृत्य स्पर्धा के अलावा विधानसभा अधिवेशन के दौरान भाजपा नेताओं के साथ मंत्रियों को ज्ञापन सौंपने, फोटो खींचवाने, खबरों में छाये रहने के साथ-साथ भाजपा जिलाध्यक्ष देवराव भोंगले के जन्मदिन पर जिले से युवकों को जुटाकर रक्तदान शिविर आयोजित करने की सेवा में बोढे ने खुद को झोंक दिया है। जबकि वे सरकार से वेतन बच्चों को पढ़ाने के लिए ले रहे हैं और काम राजनीतिक दल का कर रहे हैं। अपने स्कूल में सेवा देने के बजाय मुनगंटीवार सेवा केंद्र में सेवा देने में वे ज्यादा तत्पर दिखाई देते हैं। इससे सवाल यह उठता है कि सरकार से मिलने वाले करीब 74,000 रुपये से ज्यादा का वेतन मुनगंटीवार सेवा केंद्र से तो नहीं मिल रहा है ? या देवराव भोंगले की कंपनियों के ठेकों की सुपरवायजरी के कारण अधिक की मलाई तो नहीं पा रहे हैं ? इसके चलते वे स्कूली बच्चों का भविष्य लगातार बर्बाद कर रहे हैं, यह चर्चा अब जनता के बीच गंभीर चिंतन का विषय बन गया है। #limeshkumar